सेक्शुअल हैरेसमेंट मामले में बाबा राम रहीम को दोषी करार दिया गया। शुक्रवार को पंचकुला स्थित CBI कोर्ट में सुनवाई के दौरान उन्हें दोषी करार दिया गया। सजा अगली सुनवाई पर सुनाई जाएगी जो की 28 अगस्त को है। सुरक्षा को नज़र में रखते हुए बागपत के बरनावा में स्थित डेरा सच्चा सौदा आश्रम में सुरक्षा सैनी तैनात किये गए है। आश्रम में सैकड़ों की संख्या में बाबा के समर्थक मौजूद हैं। पुलिस हर गतिविधि पर नजर बनाए हुए है। आश्रम में आने-जाने वालों की चेकिंग की जा रही है। समर्थकों का कहना है कि वो हर हाल में बाबा के पक्ष में फैसला लेकर रहेंगे, फिर चाहे उन्हें कुछ भी करना पड़े। अगर फैसला पक्ष में नहीं आया, तो वो ट्रेन के आगे आ कर अपनी जान दे देंगे ।
आइये जानते हे इस मामले को गेहेराई से………
अप्रैल 2002 में पीएम अटल बिहारी वाजपेयी को एक व्यक्ति ने शिकायत भेजी। तब ये केस पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट में दाखिल हुआ.
मई 2002 में लेटर के सच्चाई की जांच का जिम्मा सिरसा के सेशन जज को दिया गया।
दिसंबर 2002 में CBI ब्रांच ने राम रहीम पर धारा 376, 506 और 509 के तहत केस दर्ज किया।
जुलाई 2007 में CBI ने अंबाला CBI कोर्ट में चार्जशीट फाइल की। यहां से केस पंचकूला शिफ्ट हो गया और बताया गया कि डेरे में 1999 और 2001 में कुछ और साध्वियों का भी यौन शोषण हुआ, लेकिन वे मिल नहीं सकीं।
अगस्त 2008 में ट्रायल शुरू हुआ और डेरा सच्चा सौदा आश्रम के मुखी के खिलाफ चार्ज फिक्स किए गए।
2011 से 2016 में लंबा ट्रायल चला। डेरा मुखी की ओर से अपीलें दायर हुईं।
जुलाई 2016 में केस के दौरान लगभग 52 गवाह पेश हुए। इनमें 15 प्रॉसिक्यूशन और 37 डिफेंस के थे।
जून 2017 में डेरा प्रमुख ने विदेश जाने के लिए अपील दायर की तो कोर्ट ने अपील खारीच कर दी।
25 जुलाई 2017 में कोर्ट ने रोज सुनवाई करने के निर्देश दिए ताकि केस जल्द सुलझ सके।
17 अगस्त 2017: बहस खत्म हुई ।
अब जा कर कोर्ट का फैसला आ पाया हे और अब 28 August को सुनाई जाएगी सजा।
Source :- Danik Bhaskar